चंदौली ब्यूरो :: डीडीयू नगर में मंगलवार को आरपीएफ, बचपन बचाओ आंदोलन और चाइल्ड लाइन की संयुक्त टीम ने एक बड़ी कार्रवाई की। टीम ने अप ओखा एक्सप्रेस ट्रेन से अहमदाबाद की कपड़ा फैक्टरी में काम करने जा रहे 8 नाबालिगों को डीडीयू स्टेशन पर उतारा। ये सभी पश्चिम बंगाल और असम के रहने वाले थे।
आरपीएफ स्टेशन पोस्ट के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार रावत ने बताया कि ‘ऑपरेशन नन्हें फरिश्ते’ और ‘ऑपरेशन आहट’ अभियान के तहत स्टेशन पर गश्त की जा रही थी। सुबह 9 बजे प्लेटफॉर्म संख्या चार पर अप ओखा गुवाहाटी एक्सप्रेस पहुंची। ट्रेन के जनरल कोच की जांच के दौरान 15 से 16 वर्ष की आयु के 8 नाबालिग बरामद हुए।
पूछताछ में छह नाबालिगों ने बताया कि वे पश्चिम बंगाल के कूच बिहार जिले से हैं, जबकि दो नाबालिग असम के कुकडझार चिरंग और हसदा चिरंग जिले से थे। सभी ने स्वेच्छा से घर पर बिना बताए अहमदाबाद की कपड़े की फैक्ट्री में काम करने जाने की बात कही।
नाबालिगों को ट्रेन से उतारकर आरपीएफ पोस्ट लाया गया, जहां उनकी काउंसलिंग की गई। इसके बाद उनके परिवार वालों को सूचित किया गया। सभी नाबालिगों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाने के लिए रेलवे चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया है।
इस अभियान में एसआई सरिता गुर्जर, निशांत कुमार, बचपन बचाओ आंदोलन की सहायक परियोजना अधिकारी चंदा गुप्ता और चाइल्ड लाइन के सुपरवाइजर राधेश्याम सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
 
              