• राम जन्मभूमि थाने में महिला का चीर हरण कर इज्जत तार तार करने की की गई कोशिश राम राज्य की उड़ी धज्जियां योगी सरकार के मुंह पर जोरदार का तमाचा पुलिसकर्मियों ने मारा।
  • भारतीय मीडिया फाउंडेशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता कृष्णकांत जायसवाल एवं उनकी टीम ने प्रेस काउंसिल आफ इंडिया में की शिकायत।

नई दिल्ली। भारतीय मीडिया फाउंडेशन नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय कार्यालय से जारी बयान में भारतीय मीडिया फाउंडेशन की ओर से संगठन के संस्थापक मीडिया सरकार एके बिंदुसार ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहां कि रामराज्य की ताजिया उड़ गई राम जन्मभूमि थाने में।
पुलिस की गुंडागर्दी यहीं पर नहीं रुकी बल्कि फर्जी तरीके से चालान भी काट दिया गया और शिकायत करने पर और मुकदमे लगाकर हमेशा के लिए जेल भेजने के धमकी दी गई।
बिंदुसार ने कहा कि पत्रकार का काम होता है खबर संकलन करना महिला पत्रकार समाचार संकलन करने गई थी इस समय महिला पत्रकार के साथ पुरुष दरोगा ने खबर बनाने पर मारा पीटा और कपड़े फारे यह घटना भगवान श्रीराम जन्मभूमि थाने की है राम राज्य में इस तरह का घिनौना कार्य करना उत्तर प्रदेश सरकार के मुंह पर जोरदार का तमाचा है।
उन्होंने कहा कि दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए ।
घटनाक्रम की जानकारी देते हुए महिला पत्रकार ने बताया कि
थाना राम जन्मभूमि में हम दो पत्रकार खबर की जानकारी लेने गए थे थाने के प्रभारी देवेंद्र पाण्डेय व आरक्षी अशोक यादव ने चेंबर बंद करके पीटा पीड़ित पत्रकार ज्योति जायसवाल ने बताया कि एक मामले की जानकारी के लिए जब वह थाना राम जन्मभूमि पहुंचकर थाना प्रभारी से सवाल करना चाहा तो वह भड़क गए और मां बहन की भद्दी भद्दी गालियां देने लगे, हाथ ऐंठ कर मोबाइल छीन लिया, और सीने पर धक्का देकर गिरा दिया, इसके बाद मौके पर पहुंचे आरक्षी अशोक यादव ने देवेंद्र पांडेय के इशारे पर महिला पत्रकार के पेंट की जेब से में रखा दूसरा फोन भी निकाल लिया, इस दौरान अशोक यादव ने महिला पत्रकार का शर्ट पकड़ कर खींच कर उठाया जिससे शर्ट की बटन भी टूट गई , इस दौरान थाने में मौजूद बीच बचाव करने वाले पत्रकार अंशुमान को भी पीटा गया, महिला पत्रकार ने अपनी लिखित शिकायत में आगे बताया कि जब बार-बार शर्ट पकड़ कर खींचने का विरोध किया तो थानेदार देवेंद्र पांडेय ने वीडियो बनाना शुरू किया और कहा तुम्हारी फोटो वीडियो वायरल कर दूंगा, इतना कहने के बाद फिर से साथी पत्रकार और महिला पत्रकार को चेंबर में मौजूद थानेदार और आरक्षी मिलकर पीटने लगे, मौका पाकर जब जब वह थाने से निकाल कर टेढ़ी बाजार चौराहे पर पहुंची तब भी अशोक यादव ने दौड़ा कर बीच चौराहे टी-शर्ट पड़कर थाने लेकर आए। दोनों पत्रकारों ने अपना मेडिकल भी कराया है।
उपरोक्त मामले की शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अयोध्या, पुलिस महानिरीक्षक अयोध्या, अध्यक्ष महिला आयोग, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ को शिकायती पत्र भेज किया गया है।
घटना उपरोक्त को लेकर भारतीय मीडिया फाउंडेशन ने चेतावनी दी है कि अगर कड़ी से कड़ी कार्रवाई नहीं हुई पत्रकार सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन कर सकते हैं।

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