चंदौली ब्यूरो। मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के हिनौली गांव में प्रॉपर्टी विवाद ने एक बार फिर गम्भीर रूप ले लिया है। शासन से तीन साल पहले निरंजन यादव के पक्ष में फैसला आने के बावजूद दबंगई और कथित प्रशासनिक मिलीभगत के चलते देर रात उनकी बाउंड्री वाल गिरा दी गई। इस घटना से क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है।पीड़ित निरंजन यादव का कहना है कि उनकी ज़मीन पर तीन वर्ष पूर्व ही शासन ने उनके पक्ष में आदेश पारित कर दिया था। उसी आधार पर एसडीएम के निर्देश और पुलिस बल की मौजूदगी में उनकी ज़मीन पर बाउंड्री वाल का निर्माण कराया गया था। निरंजन का आरोप है कि इसके बावजूद दबंगों ने आधी रात को पहुंचकर बाउंड्री को ध्वस्त कर दिया।निरंजन यादव ने स्थानीय लेखपाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि लेखपाल ने मामले में चुप्पी साधने के लिए उनसे पैसों की मांग की थी। जब उन्होंने रकम देने से इनकार कर दिया तो धमकी दी गई कि उनकी बाउंड्री गिरा दी जाएगी। पीड़ित का आरोप है कि लेखपाल की मिलीभगत से ही दबंगों ने पूरी बाउंड्री वाल तोड़ दी।घटना के बाद निरंजन यादव ने स्थानीय थाना प्रभारी से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके वैध हक़ को लगातार दबाया जा रहा है और सरकारी आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।इस पूरे मामले पर थाना प्रभारी गगन राज सिंह ने पीड़ित को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। फिलहाल पुलिस टीम मामले की जांच में जुटी बताई जा रही है।हिनौली गांव और आसपास के क्षेत्र में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि जब शासन का आदेश और पुलिस की मौजूदगी में बनी बाउंड्री भी सुरक्षित नहीं है, तो आम नागरिक अपने हक़ की रक्षा कैसे कर पाएगा।