रिपोर्टर: रोहित यादव
चन्दौली(चन्धासी)
हाड़ कंपाने वाली ठंडी में मजदूर की सुनने वाला कोई नहीं कहने को कोयला मंडी में दो अध्यक्ष है लेकिन सुनने वाला कोई नहीं। आज देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी व सूबे के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी गरीबों के मसीहा के रूप में खड़े हैं तो वहीं मजदूर अपनी गरीबी और मोहताजी पर आसू बहा रहे हैं।यहां तक कि जिला प्रशासन भी उनकी खोज खबर नहीं ले रहा हैं। जिला प्रशासन अगर जल्द नहीं चेता तो ठंड से हो सकती है कोई अप्रिय घटना। दिनांक 16-01- 2024 को चन्धासी कोयला मंडी लेबर कोल उधोग मजदूर संघ अध्यक्ष केशर सिंह कुशवाहा की अध्यक्षता में लेबरों ने आंदोलन कर नारेबाजी किया,कोयला मंडी अध्यक्ष और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए मुर्दाबाद के नारे लगाए। बताते चले की एशिया की सबसे बड़ी कोयला मंडी चन्धासी मंडी में लगभग चार हजार मजदूर काम करते हैं उनका कहना है कि प्रत्येक वर्ष हम लोगों को कंबल और दवा फ्री में वितरण किया जाता था जो आज के समय में कुछ नहीं नसीब हो रहा है। ऐसे में हमलोग मजदूरी करके अपने परिवार की जीविका चलाएं या ठंड का बन्दों बस करें ठंड में हम लोगों के सामने दिन रात गुजारना और मजदूरी करना बहुत बड़ी चुनौती साबित हो रही है। उनकी मांग है कि अगर हमारे कोयला मंडी के अध्यक्ष और जिला प्रशासन हम लोगों की मदद नहीं करते हैं तो हम लोग आन्दोलन को बाध्य होंगे जिसकी जिम्मेदारी कोल मंडी अध्यक्ष और जिला प्रशासन की होगी। जिला प्रशासन इस ठंड में कम से कम लकड़ियां गिरवा दे तो हम लोगों को बहुत राहत मिल जाएगी। जबसे चन्धासी कोयला मंडी में दो संगठन बनाया गया है तब से हमलोगों को और भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक मंडी में दिखावे के लिए मुफ्त क्लिनिक खोला गया है उसमें न तो कोई डॉक्टर बैठते हैं न हि कोई दवा मिलती है लेबर सब मार्केट से अपने पैसे से दवा खरीदते हैं। जिले भर में घूम-घूम कर कम्बल और दवा वितरण कर फोटो खिंचवाने वाले लोगों को अपनी ही मंडी में दिखाई नहीं पड़ता कि कैसे हमलोग दिन रात गुजार रहे हैं। वहीं इस बाबत जब कोयला मंडी के अध्यक्ष धर्मराज यादव से बात हुई तब उन्होंने कहा कि हमारे संगान में जानकारी आपके द्वारा प्राप्त हुई है हम लेबर मेठ से बात करके जहां तक संभव होगा उनकी मदद करेंगे, रहा सवाल लेबरों को फ्री दवा और कम्बल वितरण की बात है तो जिस डिपो में मजदूरी करते हैं उनके डिपो होल्डर की जिम्मेदारी होती हैं उसके बाद भी हमलोग प्रयास करके कोई न कोई व्यवस्था करेंगे। आखिर जिला प्रशासन क्यों नहीं ले रहा है इनलोगों की खोज या फिर सरकार की छवि को यूंही करते रहेंगे धुमिल। अब देखने वाली बात होगी लेबरों को कब मिलेगा इंसाफ। आंदोलन करने वालों में मजदूर संघ के अध्यक्ष केशर मेठ, सिकन्दर सिंह, रामनरेश प्रसाद, जय प्रसाद गोपाल मुखिया मेठ डोम मेठ मनू मेठ महेश गजानन्द माधव दीपक आदि मजदूर शामिल रहें
